सावित्री को दुबारा फ्रैक्चर नहीं होना चाहिये
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क्या आप जानते हैं कि टूटी हड्डियों से पीड़ित चार में तीन से ज़्यादा लोग ऑस्टियोपोरोसिस की जाँच नहीं कराते। हड्डियों के क्षय में दर्द नहीं होता, यह प्रक्रिया धीमी होती है और अक्सर इसके कोई लक्षण नहीं होते, इसलिये आपको आपकी हड्डियाँ कमज़ोर होने का पता नहीं चलता। ऐसा ही सावित्री के साथ हुआ। आइये इस बारे में और जानें।

मिलिये सावित्री से, हाल ही में उनका टखना टूट गया था

पिछले महीने, सावित्री एक शॉपिंग सेंटर में गिर गयी थीं, जिससे उनका टखना टूट गया। अस्पताल में, सावित्री को बताया गया गिरने की मामूली घटना से हड्डी टूटना ऑस्टियोपोरोसिस का संकेत हो सकता है। उन्हें उनके फैमिली डॉक्टर से मिलने की सलाह दी गयी और ऑस्टियोपोरोसिस की जाँच कराने के लिये कहा गया। उन्हें यह बात सुन कर हैरानी हुई, उन्हें लगता था कि 64 वर्ष की उम्र में वह काफी स्वस्थ हैं - नियमित रूप से व्यायाम करती हैं, स्वस्थ खाना खाती हैं और अपना अच्छा ख़्याल रखती हैं। ‘‘मुझे ऑस्टियोपोरोसिस तो नहीं हो सकता, वह तो बूढ़े लोगों को होने वाली बीमारी है’’ उन्हें लगता था।

भविष्य में फ्रैक्चर की रोकथाम के लिये हड्डी टूटने के बाद ऑस्टियोपोरोसिस की पहचान

सावित्री की उम्र 50 वर्ष से ज़्यादा है, उन्हें पहले ही हड्डियों की कमज़ोरी से फ्रैक्चर हो चुका है (टखना टूटना), इसलिये उनके डॉक्टर ने तुरंत ऑस्टियोपोरोसिस की जाँच की। अन्य कारणों की जानकारी लेना महत्वपूर्ण था, क्योंकि उनकी हड्डियाँ कमज़ोर हो चुकी थीं और उनकी हड्डियों की सघनता मापने के लिये एक सामान्य बोन स्कैन की आवश्यकता थी। इस टेस्ट को DEXA (ड्युअल एनर्जी एक्स-रे अब्ज़ॉर्प्शोमेट्री) कहा जाता है। इस टेस्ट में पाया गया कि सावित्री की हड्डियों की सघनता सामान्य से कम थी और पता चला कि उन्हें ऑस्टियोपोरोसिस था।

उनके चिकित्सीय और पारिवारिक इतिहास से भी पता चला कि सावित्री को ऑस्टियोपोरोसिस होने के जोखिम के अन्य कारक भी हैं। ‘‘डॉक्टर ने बताया कि मेरा मेनोपॉस (रजोनिवृत्ति) अन्य महिलाओं से जल्दी हो गया था, और हमें यह भी पता चला कि मेरी माँ को भी शायद ऑस्टियोपोरोसिस था, क्योंकि साठ वर्ष की उम्र में उनकी कमर टूट गयी थी’’।

ऑस्टियोपोरोसिस का उपचार शुरू करना

सावित्री के डॉक्टर ने ऑस्टियोपोरोसिस के उपचार के लिये दवा लिखी। ये दवाओं सुझाये गये प्रकार के अनुसार अलग-अलग तरीके से काम करती हैं। ज़्यादातर दवाऍं ऑस्टियोक्लैट्स की सक्रियता कम करके असर दिखाती हैं, ये हड्डियों को विघटित करने वाली कोशिकाऍं होती हैं। ऑस्टियोपोरोसिस की दवाऍं फ्रैक्चर के प्रकार के आधार पर फ्रैक्चर की संभावना 70% तक कम कर सकती हैं।

सावित्री को अब पता है कि उनकी हड्डियों को सुरक्षित रखने और उन्हें मज़बूत बनाने के लिये डॉक्टर द्वारा दी गयी ऑस्टियोपोरोसिस की दवा को कई सालों तक लेना पड़ सकता है। हड्डियों की सघनता में लंबे समय में गिरावट आई है और हड्डियों की उसी मज़बूती को दुबारा हासिल करने में समय लगेगा।

वह और क्या कर सकती हैं?

सावित्री उनकी हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार के लिये और भी कदम उठा रही हैं। आप भी ये कदम उठा सकते हैं।6,7

  • अपने आहार और जीवनशैली में छोटे और आसान बदलाव करें: कैल्शियम-युक्त आहार लें, पर्याप्त विटामिन डी लें, शराब कम पियें और संभव हो, तो धुम्रपान छोड़ दें। 
  • नियमित रूप से व्यायाम करना: वज़न उठाने और मांसपेशियों को मज़बूत करने वाले व्यायाम आपकी हड्डियों की मज़बूती और समन्वय को बढ़ाते हैं और साथ ही ये आपको गिरने से बचा सकते हैं।
  • सप्लिमेंट सहायक हो सकते हैं: कैल्शियम या विटामिन डी सप्लिमेंट्स भी आपकी हड्डियों के स्वास्थ्य को बनाये रखने में सहायक हो सकते हैं।

सावित्री एक काल्पनिक मरीज़ हैं

हाल के पोस्ट

References – Savitri need not have a second fracture

1 International Osteoporosis Foundation. Facts and statistics. osteoporosis.foundation/facts-statistics

2 Camacho PM, et al. Endocr Pract 2016;22:1–42.

3 Kanis JA, et al. Osteoporos Int 2013;24:23–57.

4 Black DM, et al. N Engl J Med 2007;356:1809–22.

5 International Osteoporosis Foundation. Treatment. osteoporosis.foundation/patients/treatment

6 International Osteoporosis Foundation. Love your bones: Protect your future. 2016. osteoporosis.foundation/educational-hub/material/brochures

7 Healthy Bones Australia. Osteoporosis treatment and bone health. healthybonesaustralia.org.au.